मनुष्य के लिए नशा घातक
जैसा कि मित्रों आप सब जानते हैं आजकल जिस प्रकार नशे का प्रचलन बढ़ रहा है यह बहुत ही विचारणीय विषय है।
नशे का दुष्प्रभाव:-
नशे को हमने जिस प्रकार आदरणीय मान मनवार वाला पदार्थ मान लिया बहुत गलत हुआ।
हम परिवार के बीच में बैठकर बिडी सिगरेट आदि पीते हैं बच्चों को भी इच्छा होती है ना चाहते हुए भी परिवार जनों को देखकर बच्चे भी नशा करना सीख जाते हैं।
बच्चों को जिस उम्र में पढ़ना लिखना चाहिए उस उम्र में वह नशे के आदी हो जाते हैं। और अपने उद्देश्य से भटक जाते हैं।
सरकार का योगदान:-
सरकार भले ही जनता को दिखाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र खोलती है
लेकिन जिस प्रकार शराब के ठेके खुलवाना गुटखा जर्दा बीड़ी सिगरेट की कारखानों को मान्यता देना
इससे सरकार की मंशा साफ जाहिर होती है। जनता नशे से नहीं बचे।
बचाव:-
हम सभी को संकल्प लेना चाहिए की नहीं तो नशा करेंगे नहीं किसी को करने देंगे।
बच्चों के सामने कभी भी नशा नहीं करना चाहिए।
नशा
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